Trademark क्या होता है, Trademark Registration कैसे करें

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आज हम आपको बताने जा रहे है कि ट्रेडमार्क क्या है आपने अपने दैनिक जीवन में अक्सर कॉपीराइट (Copyright), पेटेंट (Patent) या ट्रेडमार्क (Trademark) का नाम सुना होगा लेकिन लोग इन सभी शब्दो को लेकर भ्रम में रहते है। अगर आप कोई नया बिजनेस शुरू करना चाहते है तो आपको ट्रेडमार्क और  कॉपीराइट की जानकारी होना आवश्यक है। वैसे कॉपीराइट, पेटेंट या ट्रेडमार्क ये तीनों ही भारतीय कानून के अनुसार बौद्धिक संपदा अधिकार के अंतर्गत आते है, तो चलिए जानते है कि इसको कैसे लिया जाता है। आज आपको नीचे आपके सारे सवालो के जवाब मिल जायेगे। 

ट्रेडमार्क (Trademark) क्या होता है 

ट्रेडमार्क जब कोई कम्पनी या संस्था या कोई व्यक्ति अपने प्रोडेक्ट के नाम, सिंबल, टेगलाइन, डिजायन और लोगों (Logo) को रेजिस्टर करा लेता है या कर लेता है, तो वह बन जाता है उसका रेजिस्टर्ड ट्रेडमार्क। ट्रेडमार्क TM और R के रूप में प्रतीक होता है जिससे ही पता चलता है कि इस लाइन सिंबल या लोगों का ट्रेडमार्क रजिस्टर हो चुका है और रेजिस्टर्ड ट्रेडमार्क आपके व्यवसाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि जब भी आप अपने किसी नाम, सिंबल या लोगों को रेजिस्टर कर लेते है तो आपके नाम या लोगों को कोई भी बिना आपकी इजाजत के उसका प्रयोग नहीं कर सकता है। अगर वह उसका उपयोग बिना आपकी मर्जी के करता है तो आपके उसके खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही कर सकते है और हर्जाना भी मांग सकते है।  बंदूक का लाइसेंस कैसे बनबाये और क्या क्या लगता हैं ! जानिए 



कौन कौन ले सकता है ट्रेडमार्क (Trademark)
ट्रेडमार्क को कोई भी व्यक्ति या संस्था रजिस्टर करा सकती है। आपको केवल ये ध्यान में रखना होता है कि किसी और ने उस नाम, सिंबल, टेगलाइन, डिजायन और लोगों (Logo) का ट्रेडमार्क न लिया हो। वॉलीवुड के कई सेलेवरिटी ने अपने नाम का ट्रेडमार्क ले रखा है जैसे शाह रुख खान ने SRK का ट्रेडमार्क ले रखा है।
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ट्रेडमार्क के प्रकार
एक ट्रेडमार्क को इस प्रकार के प्रतीकों द्वारा लिखा जा सकता है:
TM(“ट्रेडमार्क प्रतीक”, जो अपंजीकृत ट्रेडमार्क के लिए सुपरस्क्रिप्ट में “TM” अक्षर है, एक चिह्न जो ब्रांड के सामान को बढ़ावा देने के लिए उपयोग किया जाता है)
 SM (जो अपंजीकृत सेवा चिह्न के लिए “SM” अक्षर हैं, एक अनरजिस्टर्ड सर्विस मार्क के लिए, ब्रांड या ब्रांड को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला चिह्न)
® (एक पंजीकृत ट्रेडमार्क के लिए एक घेरे से घिरा “R” अक्षर) 


कैसे ले ट्रेडमार्क
ट्रेडमार्क को लेने के लिए अब बहुत आसान तरीका है।  कुछ समय पहले तक ट्रेडमार्क को लेना भारत में मुश्किल था लेकिन अब ट्रेडमार्क को आप खुद रजिस्टर करा सकते है। इसके लिए आपको “रजिस्ट्रेशन कण्ट्रोल जनरल ऑफ़ पेटेंट डिजायन एंड ट्रेडमार्क” की वेबसाइट पर जा कर ऑनलाइन फॉर्म भरना पड़ेगा। ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद इस प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है। जब आप  ट्रेडमार्क के लिए अप्लाई कर देंगे उसके बाद सरकार आपको अपने प्रोडेक्ट पर TM लिखने की अनुमति मिल जाती है और इसका मतलब होता है कि अभी इस प्रोडक्ट की ट्रेडमार्क प्रक्रिया जारी है।
जब रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो आप अपने प्रोडक्ट के नाम या सिंबल या लोगों पर R वाला सिंबल लगा सकते है जिसका मतलब होता है कि आपने अपने प्रोडक्ट या लोगों का ट्रेडमार्क रजिस्टर कराया हुआ है। Railway में टेंडर कैसे ले। Railway में रजिस्ट्रेशन कैसे कराये।
कितना खर्चा
टार्डेमार्क लेने की फीस ऑनलाइन जमा की जाती है इस समय सरकार ने 4500/- रूपये निर्धारित कर रखे है। यह फीस समय के बदलती रहती है वर्तमान फीस के लिए आपको वेबसाइट पर जा कर जानकारी ले लेनी चाहिए।


कॉपीराइट और ट्रेडमार्क में क्या अंतर है
कॉपीराइट एक प्रकार की बौद्धिक सम्पदा का रुप है यह ट्रेडमार्क जैसा ही होता है। कॉपीराइट राइटिंग, म्यूजिक या आर्ट को प्रोटेक्ट करता है जबकि ट्रेडमार्क बिजनेस उत्पादों को प्रोटेक्ट करता है। दोनों के रजिस्टर नाम या किसी पहचान का उपयोग आप बिना इजाजत के नहीं कर सकते है।

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