आपको ये जानना बेहद जरुरी है की e tendering process में क्या होता है और इसके मुख्य भाग कौन कौन से होते है. टेंडर, ठेका का ही अंग्रेज़ी नाम है. इसको निविदा भी कहा जाता है. समान्यत सरकारी विभागों में इसको निविदा के नाम से ही निकला जाता है. जब किसी काम को किसी दुसरे व्यक्ति या फर्म के द्वारा एक मुस्त दर या रेट में कराया जाता है तो ऐसे काम को ठेका या टेंडर कहते है. काम करने वाले को ठेकेदार कहा जाता है.
किसी भी निविदाप्रकिया में कोई भी व्यक्ति भाग ले सकता है लेकिन उसे कुछ शर्तो और पेपर को पूरा करना होता है. ये शर्ते निविदा या टेंडर में दी गयी होती है. ये शर्ते ठेकेदार या निविदादाता को उसके द्वारा दी जाती है जो काम का मालिक या ओंनेर होता है. इसमें काम की दरे, समय, अनुमानित लागत, जरुरी सुझाव दिये गये होते है. टेंडर लेते समय ठेकेदार और ओंनेर के बीच एक अनुवंध कराया जाता है जिससे दोनों के हितों के रक्षा की जा सके और कोई समस्या होने पर क़ानूनी कार्यवाही की जा सके. अगर आप ओनर है या ठेकेदार है तो जरुरी है की आप अनुबंध की सभी शर्ते ठीक से पढ़ ले या उनकी जाँच कर ले.
टेंडर कैसे ले
टेंडर लेने के लिए आपको निविदा प्रक्रिया में भाग लेना पड़ता है जिसमे बोली लगाई जाती है किसी भी काम की और जो उस काम को न्यूनतम दरों या लागत पर करने के लिए तैयार हो जाता है उसको ही टेंडर दे दिया जाता है. टेंडर दो प्रकार से भरे जाते है
1. भौतिक निविदा 2. इलेक्ट्रोनिक निविदा
ये भी पढ़े –
1. जाने कहाँ कहाँ Use हुआ है Aadhar Card |
2. Internet क्या है? Internet कैसे चलता है, जानते है क्या ?
भौतिक निविदा : ये निविदा वह निविदा होती है जिसमे आपको तय तिथि पर जा कर खुद दरो को घोषणा करनी होती है. इस प्रकार की निविदा में आपको कुछ जरुरी कागज पहले ही पुरे करा लिए जाते है या जमा करने होते है. इस निविदा में बंद लिफफा में टेंडर को डाला जाता है.
इलेक्ट्रोनिक निविदा : इस प्रकार की निविदा के लिए आपको डिजिटली भाग लेना पड़ता है जिसमे आपको विभिन्न साइट्स पर जा कर निविदा को डाउनलोड करके उसकी शर्ते पूरी करने के बाद दुबारा अपलोड करना होता है. इलेक्ट्रोनिक निविदा को ही इ टेंडर [E – Tender] कहते है. आजकल सरकारी विभागों में इसी प्रकार की निविदा मागी जाती है. निविदा में भाग लेने के लिए आप को उस विभाग की वेबसाइट पर जा कर रजिस्ट्रेशन करना होता है. जिससे आप को टेंडर में भाग लेने पर पहचाना जा सके. कुछ जगह इसके पैसे भी लिए जाते है जिससे आनावश्यक लोग भाग ना ले सके. रजिस्ट्रेशन के पूरा प्रोसेस हमारी वेबसाइट और youtube चैनल पर है आप वहां से देख या पढ़ सकते है.
इ टेंडर के रजिस्ट्रेशन के लिए आपके पास अपनी इ मेल और इनकम टैक्स पिछले 3 साल के साथ शपथ पत्र होना चाहिये. रजिस्ट्रेशन एक सामान्य सी प्रक्रिया है जिसमे आपको कुछ सबालो के जबाब देने होते है. एक साईट पर एक ही रजिस्ट्रेशन होगा. रजिस्ट्रेशन करते समय आपको अपनी जानकरी ठीक ठीक भरनी होती है वर्ना आपके खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही की जा सकती है.
टेंडर के मुख्य दो भाग होते है
1. Docoment पार्ट 2. BOQ (काम की दरे)
Docoment पार्ट : इसमें आपके जरुरी पेपर मागे जाते है जो आपको जमा करने होते है. सभी की फोटो कॉपी आपके हस्ताक्षर के साथ जमा करनी होती है.
ये भी पढ़े –
1. कंप्यूटर का पुराना password बिना डाले Reset करें नया पासवर्ड Change Password
2. इस App पर आपको वो सब कुछ मिलेगा – सावधान ? वर्ना जाना होगा जेल |
1. कंप्यूटर का पुराना password बिना डाले Reset करें नया पासवर्ड Change Password
2. इस App पर आपको वो सब कुछ मिलेगा – सावधान ? वर्ना जाना होगा जेल |
BOQ (काम की दरे) : इसमें टेंडर की दरे दी गयी होती है. दरों के साथ इसमें काम की मात्रा मतलब क्वांटिटी दी गयी होती है. ये सभी अनुमानित होती है. आपको भुगतान BOQ के अनुसार ही मिलता है. इसमें ही ठेकेदार को अपने रेट भरने होते है. ये टेंडर का बहुत जरुरी पार्ट है. क्यों कि आपका फायदा और नुकसान इसी पर निर्भर करता है.
टेंडर भरने के लिए और भी बहुत से पेपर की जरुरत होती है. जिनके लिए आपको आगे की पोस्ट में विस्तार से बताउगा. टेंडर के लिए आपको जिस काम का टेंडर ले रहे है उसकी जानकारी पूरी होना आवश्यक है क्यों कि टेंडर में सारा खेल पैसो का है. अगर आपके पास काम की जानकारी नहीं होगी तो टेंडर के उचित रेट नहीं लगा पायेगे. इसके कारण या तो आपके टेंडर के रेट दुसरे लोगो से बहुत कम होगे या जायदा.
इसमें कुल मिला के नुकसांन आपका ही होगा कम रेट हुए तो आपको टेंडर में नुकसान होगा या फिर रेट जायदा होने पर मिलेगा नहीं. e tendering बहुत जोखिम का काम है इसलिए इसमें अगर आपको पूरी जानकारी ना हो तो जब तक पूरी जानकारी हासिल ना कर ले तब तक टेंडरिंग में भाग ना ले. हमारी पोस्टों में आपको जितनी टेंडरिंग की जरुरी जानकारी है मिलती रहेगी. आगे आने वाली पोस्टों में आपको टेंडर की बहुत जानकारी मिलेगी.
दोस्तों आगे की और पोस्टों में भी आप को e tendering process के बारे में बताया गया है etender के बारे में दूसरी पोस्टों में पढ़ सकते है. अगर आप यहाँ पर e procurement के introduction बारे में बताई गयी जानकारी से संतुष्ट है तो पोस्टों को अपने दोस्तों या रिश्तेदारों के साथ Share करे
etender के बारे में आपको और बहुत जान सकते है या जायदा पड़ने के लिए नीचे क्लिक करे E Tender More https://goo.gl/VJb24b
ये भी पढ़े –